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मुजफ्फरपुर में एइएस पीड़ित बच्चों की देख-रेख के लिए विभाग डॉक्टरों की उपस्थिति पर प

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alert on chamki fever in muzaffarpur doctors will reach hosp मुजफ्फरपुर में एइएस पीड़ित बच्चों की देख-रेख के लिए विभाग डॉक्टरों की उपस्थिति पर पैनी नजर रख रहा है. | मुजफ्फरपुर में एइएस पीड़ित बच्चों की देख-रेख के लिए विभाग डॉक्टरों की उपस्थिति पर पैनी नजर रख रहा है. जिला से प्रखंड स्तर तक के अस्पतालों में आपातकालीन सेवा में कार्यरत चिकित्सकों को अब सुबह 5 से छह बजे के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. जिला वेक्टर बोर्न डिजीज पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि उपस्थिति की सेवा का आदेश कार्यपालक निदेशक ने पत्र लिख कर जारी किया है. यह निर्णय एइएस तथा अतिगंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों के उपचार के लिए लाभकारी होगा. एप के जरिए आपातकालीन सेवा के चिकित्सक अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे, उसमें उनका रियल टाइम लोकेशन भी दिखेगा. इस सेवा के शुरू होने से डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी. प्रत्येक प्रखंड स्तरीय सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों और पारामेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगी है. ताकि, एइएस मरीजों को कभी भी इलाज उपलब्ध हो सके. www.prabhatkhabar.com

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मुजफ्फरपुर में एइएस पीड़ित बच्चों की देख-रेख के लिए विभाग डॉक्टरों की उपस्थिति पर पैनी नजर रख रहा है. | मुजफ्फरपुर में एइएस पीड़ित बच्चों की देख-रेख के लिए विभाग डॉक्टरों की उपस्थिति पर पैनी नजर रख रहा है. जिला से प्रखंड स्तर तक के अस्पतालों में आपातकालीन सेवा में कार्यरत चिकित्सकों को अब सुबह 5 से छह बजे के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. जिला वेक्टर बोर्न डिजीज पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि उपस्थिति की सेवा का आदेश कार्यपालक निदेशक ने पत्र लिख कर जारी किया है. यह निर्णय एइएस तथा अतिगंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों के उपचार के लिए लाभकारी होगा. एप के जरिए आपातकालीन सेवा के चिकित्सक अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे, उसमें उनका रियल टाइम लोकेशन भी दिखेगा. इस सेवा के शुरू होने से डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी. प्रत्येक प्रखंड स्तरीय सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों और पारामेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगी है. ताकि, एइएस मरीजों को कभी भी इलाज उपलब्ध हो सके.
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